Dr Akela Bhai
Monday, July 21, 2014
Saturday, April 20, 2013
और मेरी कविता पराई हो गई।
Tuesday, March 19, 2013
मौत का अहसास
मैं, हर पल
अपने सामने खड़ी देखता हूँ उसे
बिल्कुल समीप, बहुत ही करीब
देखने में मेरी तरह, पर अजीब
एक दिन--
मैंने उससे पूछा,
क्यों करती हो मेरा पीछा
वह हँसी--
मैं नहीं करती तेरा पीछा
मैं तो तेरे साथ चल रही हूँ ।
जब से तू जन्मा है--
तभी से हूँ तेरे साथ
और रहूँगी तबतक
जबतक तू मेरे भीतर न समा जाता।
पचास वर्ष सात महीने और तेइस दिन
मुझे लगा कोई नही आसपास
मैं डरा, सहमा, और
नींद की गोलियाँ खा ली
मुझे याद है रात के दो बजे थे
घड़ी की टिक टिक सुनाई दे रही थी
और मैं दर्द से कराह रहा था।
वह मुस्कुरा रही थी-
मुझे और करीब बुला रही थी।
मेरे सामने उसका
आकार बढ़ता गया-और मै
उसमें समाता गया।
फिर एक पल में
मैं उसमें विलीन हो गया
फिर तो न मैं था
और न वह थी।।।
--डॉ. अकेलाभाइ, पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी, शिलांग 793006, akelabhai89@yahoo.com
सब कुछ बदल गया है
दर्द का रिश्ता
मेरा दर्द
उसका भी है
और तेरा भी.....
दर्द तो बस दर्द है
चाहे जिसका भी हो ।
मेरे दर्द को
तुम नहीं समझ सकते
और तेरे दर्द को मैं ।
मेरा दर्द तुम कम नहीं कर सकते
और तेरे दर्द को मैं ।
मेरे और तुम्हारे दर्द का क्या रिश्ता है
हम कभी समझ नहीं सकते ।
मेरा दर्द तेरे दर्द से बड़ा है—
ऐसा मैं समझता हूँ
और तेरा दर्द मेरे दर्द से बड़ा है
ऐसा तुम समझते हो ।
लेकिन दर्द तो बस दर्द है
चाहे तेरा हो या मेरा
या उसका ।
हमें अपने दर्द से है प्यार
तुझे भी है अपने दर्द से प्यार
तभी हम अपने-अपने
दर्द को ढो रहे हैं
बिना किसी से बदले ।
हम न तो बदल सकते हैं
और न इसे फेंक सकते हैं
क्योंकि सभी को है
अपने दर्द से एक रिश्ता
उसके साथ जीने का और मरने का
Sunday, February 19, 2012
सम्मेलन
पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी परिपत्र-03-01/सम्मान-11/दिनांक-24 दिसम्बर 2011
राष्ट्रीय हिंदी विकास सम्मेलन
अखिल भारतीय लेखक मिलन एवं पर्यटन शिविर
डॉ. महाराज कृष्ण जैन सम्मान समारोह
कवि सम्मेलन, विचार संगोष्ठी एवं अखिल भारतीय सांस्कृतिक समागम
शुक्रवार, दिनांक 25 मई से रविवार, दिनांक 27 मई 2012 तक
सम्मान- पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी सम्मान 2010 (एक), डॉ. महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान 2010 (पचास),
श्री जीवनराम मुंगी देवी गोयनका स्मृति सम्मान 2010, श्री केशरदेव बजाज स्मृति सम्मान 2010
1. परिचय
पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी, शिलांग द्वारा विगत 10 वर्षों में 100 से अधिक क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों का आयोजन सरकारी तथा गैर-सरकारी संस्थाओं के सहयोग से किया जा चुका है। चौथी बार शिलांग में अखिल भारतीय हिंदी लेखक सम्मान समारोह, पर्यटन शिविर एवं राष्ट्रीय लेखक मिलन शिविर का आयोजन दिनांक 25 से 27 मई 2012 तक किया जा रहा है।
2. उद्देश्य
a) पूर्वोत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में राष्ट्रभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार की गति को तीव्र करना।
b) इस क्षेत्र की विभिन्न भाषाओं के साहित्य को राष्ट्रभाषा हिंदी में अनुवाद कर उसका समुचित प्रसार करना।
c) पूर्वोत्तर की संस्कृति और साहित्य का विकास करना।
d) हिंदी लेखकों को उनके साहित्यिक योगदान के आधार पर पुरस्कृत एवं सम्मानित करना।
e) पर्यटन के माध्यम से लेखकों को प्रोत्साहित करना।
3. सम्मान
लेखक मिलन शिबिर में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र तथा सम्मान के लिए आमंत्रित लेखकों को डॉ. महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान पत्र, स्मृति चिह्न, अंग वस्त्र आदि प्रदान किये जाएंगे। अकादमी के किसी एक संरक्षक सदस्य को पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी सम्मान 2011 तथा जिन्हें डॉ. महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान पूर्व में दिया जा चुका है, यदि वे दुबारा इस समारोह में शामिल होते हैं तो उन्हें श्री जीवनराम मुंगी देवी गोयनका स्मृति सम्मान 2011 या श्रीमती गिनिया देवी केशरदेव बजाज स्मृति सम्मान 2011 प्रदान किया जाएगा। किसी भी लेखक या कवि को सम्मान के रूप में किसी तरह की नकद राशि नहीं दी जा सकेगी। पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी नकद राशि प्रदान करने की स्थिति में नहीं है।
- बहुभाषी काव्य गोष्ठी
लेखक मिलन शिविर के दौरान बहुभाषी काव्य गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। इस गोष्ठी में भारतीय भाषाओं के कवि आपनी स्वरचित कविताओं का पाठ करेंगे। कविता पाठ के इच्छुक कवि अपना नाम पहले से ही कवियों की सूची में दर्ज कराएँ। इस सत्र के लिए अपनी 3-4 कविताओं की एक-एक प्रति अग्रिम प्रेषित करें। इनमें से किसी एक कविता के पाठ के लिए अनुमति दी जा सकती है। देवनागरी लिपि में लिखित कविताओं को ही स्वीकृति प्रदान की जाएगी। पाठ के लिए अपनी प्रति साथ लाएं।
5. विचार संगोष्ठी (ये आलेख ‘पूर्वोत्तर वार्ता’ में प्रकाशित किए जाएगे)
लेखक मिलन शिविर के दौरान जो लेखक या प्रतिनिधि यदि अपना शोध पत्र पढ़ना चाहते हैं तो निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर अपना आलेख तैयार कर अग्रिम भेज सकते हैं। यदि समारोह में आप नहीं शामिल होते हैं तो भी आप प्रकाशनार्थ आलेख भेज सकते हैं। चयनित अग्रिम प्राप्य आलेखों को ही प्रस्तुत करने की अनुमति दी जाएगी
a) पूर्वोत्तर भारत में हिंदी का विकास- समस्या और समाधान।
b) पूर्वोत्तर भारत का हिंदी साहित्य।
c) राष्ट्रीय एकता में हिंदी भाषा और नागरी लिपि की भूमिका
d) राष्ट्रभाषा हिंदी के विकास में पर्यटन का योगदान।
e) पूर्वोत्तर भारत के किसी एक राज्य की हिंदी की दशा और दिशा ।
f) राजभाषा नीति और कार्यान्वयन ।
g) हिंदी दिवस अथवा पखवाड़ा के आयोजन का औचित्य।
6. लोकार्पण
लेखक मिलन शिविर के दौरान पूर्वोत्तर वार्ता नामक पत्रिका का लोकार्पण किया जाएगा। इस पत्रिका में पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी द्वारा आयोजित कार्यक्रमों की रिपोर्ट सहित कुछ रचनाकारों की रचनाएँ तथा प्रतिभागियों द्वारा भेजे गए आलेख, सुझाव एवं प्रतिक्रिया भी प्रकाशित की जाएगी।
7. प्रतिभागी
इस समारोह में देश के विभिन्न राज्यों के मात्र 60 लेखकों सहित पूर्वोत्तर के साहित्यकार, हिंदी-प्रेमी, हिंदी-सेवी, पत्रकार, शिक्षक, शोध-छात्र, विद्यार्थी, विभिन्न कलाकार, हिंदी के क्षेत्र में कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारियों को भाग लेने के लिए (मात्र 25 प्रतिनिधियों को) आमंत्रित किया जाएगा। निर्धारित तिथि के बाद भेजे गए शुल्क को स्वीकार करने का उत्तरदायित्व अकादमी का नहीं होगा। अतः आपसे निवेदन है कि आप अंतिम तिथि से पूर्व अपना पंजीयन पत्र, शिविर शुल्क, प्रतिभागी-विवरण आदि प्रेषित कर दॆ।
8. पर्यटन
लेखक मिलन शिबिर में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को बस द्वारा शिलांग से 56 कि.मी. दूर वर्षा के लिए प्रसिद्ध चेरापूँजी, मौसमाई का गुफा, ( सेवेन सिस्टर्स जल प्रपात), थांगख्ररांक पार्क, इको पार्क आदि दर्शनीय स्थानों का भ्रमण संयोजक की सुविधा के अनुसार कराया जाएगा।
10. पंजीकरण शुल्क
लेखक मिलन शिविर में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को पंजीकरण शुल्क के रूप में 100-00 रुपये जमा करना होगा। यदि आप पंजीकरण शुल्क जमा कर चुके हैं तो सिर्फ आप को शिविर सहयोग शुल्क जमा करना होगा। पंजीकरण शुल्क जमा होने की स्थिति में शिविर सहयोग शुल्क भेजते समय अपना पंजीयन संख्या अवश्य लिखें। साथ आने वाले बालक, मित्र या संबंधी को पंजीकरण शुल्क नहीं देना होगा। उनकी भागीदारी के लिए उनका शिविर सहयोग शुल्क एक साथ संलग्न करें, बाद में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
11. शिविर सहयोग शुल्क
शिविर सहयोग शुल्क (जिसमें तीन दिनों के लिए भोजन, सामूहिक आवास, पर्यटन आदि का व्यय शामिल है) प्रत्येक लेखक प्रतिभागी को 2,100/- (इक्कीस सौ रुपए) अग्रिम भेजना होगा। स्थानीय अथवा शिलांग से बाहर के प्रतिभागी यह राशि पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी (PURVOTTAR HINDI ACADEMY) के नाम से शिलांग (Payable at SHILLONG) स्थित किसी बैंक-शाखा में देय क्रॉस्ड डिमान्ड ड्राफ्ट द्वारा दिनांक 29 फरवरी 2012 से पूर्व भेज दें। यदि आपके साथ आपके परिवार का कोई सदस्य, मित्र अथवा संबंधी इस समारोह में शामिल होना चाहते हैं तो उनके लिए समारोह शुल्क 2,000/- (दो हजार रुपये) प्रति व्यक्ति ड्राफ्ट द्वारा एक साथ ही आपको भेजना होगा। आप के साथ आये प्रतिभागियों को प्रतिभागी प्रमाण पत्र दिया जाएगा। 12 वर्ष तक के आयु के प्रतिभागियों के लिए समारोह शुल्क 1,500-00 (एक हजार पाँच सौ) रुपये निर्धारित है। यदि आपका कोई मित्र या संबंधी सम्मान के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो 15 फरवरी 2012 तक सशुल्क अपनी प्रविष्टि भेज सकते हैं। कोई भी शुल्क यदि आप मनीऑर्डर से भेजते हैं तो कूपन पर अपना पंजीयन संख्या, नाम और पूरा पता अवश्य लिखें। फोन द्वारा जानकारी प्राप्त कर लें कि आपका मनीऑर्डर मिला या नहीं। ड्राफ़्ट / चेक स्पीड या रजिस्ट्री पोस्ट से ही भेंजे। किसी भी कूरियर से नहीं।
एक परिवार के लिए एक कमरा देना संभव नहीं होगा। एक बड़े कमरे में 4 से 6 लोगों के रहने की व्यवस्था की जाएगी। यदि आप अकेले रहना चाहते हैं तो अपनी व्यवस्था स्वयं कर सकते हैं, परंतु शुल्क में किसी तरह की कमी नहीं की जाएगी और न आपके आने जाने का उत्तरदायित्व ही लिया जाएगा। यदि आपके लिए बाथरुम के साथ वाले कमरे दिये जाते हैं तो उसका प्रयोग आसपास के बिना बाथरूम वाले कमरों में रहने वाली महिलाएँ भी करेंगी। आपको किसी प्रकार की आपत्ति नहीं होनी चाहिए। आवास सुविधा उपलब्ध कराने का निर्णय आयोजन समिति का होगा। आपके किसी निर्णय या सुझाव को हम मानने के लिए बाध्य नहीं होंगे।
पंजीकरण अथवा शिबिर सहयोग शुल्क, सम्मान के लिए प्राप्त पुस्तकें अथवा प्रकाशित रचनाओं की फोटो कॉपी किसी भी दशा में लौटाई नहीं जाएगी और न इस संदर्भ में किसी तरह का पत्राचार किया जाएगा। इस समारोह में शामिल होने पर ही आपको सम्मानित किया जा सकेगा। आपका सहयोग शुल्क प्राप्त होने के पश्चात कार्यक्रम का पूरा विवरण, स्थान, शिलांग पहुँचने के लिए मार्ग आदि की पूरी जानकारी स्पीड पोस्ट से प्रेषित की जाएगी। यदि आप इस राष्ट्रीय महत्व के शिविर में शामिल होने का मन बना चुके हैं तो 29 फर. से पूर्व अपना शिविर सहयोग शुल्क अवश्य भेजवा दीजिए ताकि समय पर आपको आमंत्रण पत्र मिले और आप अग्रिम आरक्षण करा सके।
अग्रिम शिविर सहयोग शुल्क भेजने वाले प्रतिभागियों को ही आमंत्रण पत्र भेजा जाएगा। शिविर शुल्क के अभाव में आपका स्थान सुरक्षित नहीं करा पाएंगे। शिविर के दौरान किसी प्रकार के शुल्क की प्राप्ति अथवा वापसी नहीं की जाएगी।
- समारोह में शामिल न होने पर
चूँकि सम्मेलन की सूचना काफी पहले दी जाती है और आपको सलाह दी जाती है कि परेशानी से बचने के लिए अग्रिम रेलवे आरक्षण करा लें। पूर्वोत्तर भारत में आने के लिए गाड़ियों की संख्या कम है तथा मई-जून का महीना अवकाश का होता है इसलिए पर्यटकों की भीड़ रहती है। यदि आप किन्ही अपरिहार्य कारणों से इस समारोह में शामिल नहीं हो पाते हैं तो इस स्थिति में हम आपका सम्मान पत्र और स्मारिका एक महीने के भीतर स्पीड पोस्ट द्वारा भेजा जाएगा।
13. मानदेय
लेखक मिलन शिविर में भाग लेने वाले किसी भी स्थानीय अथवा शिलांग से बाहर के प्रतिनिधि को किसी प्रकार का मार्ग व्यय अथवा मानदेय देना संभव नहीं होगा। अतः सभी प्रतिभागियों को शिविर में स्वयं के खर्च से उपस्थित रहना होगा।
- एकाकी आवासीय व्यवस्था
किसी भी प्रतिभागी के लिए आवास की व्यक्तिगत व्यवस्था नहीं की जा सकेगी। एकाकी आवासीय सुविधा के इच्छुक प्रतिभागी अपनी अग्रिम व्यवस्था के लिए संयोजक से बार्तालाप कर सकते हैं। यदि आप एक साथ चार-छः व्यक्ति आते हैं तो एक कमरे की व्यवस्था की जा सकती है। वैसे कमरे काफी बड़-बड़े रहते हैं जिसमें आप आराम से रह सकते हैं और हम आपकी हर सुविधा का ख़याल रखते हैं।
15. सहयोग एवं समर्थन
यह शिविर प्रतिभागियों और स्वैच्छिक संस्थाओं के आर्थिक सहयोग से आयोजित किया जाता है। इस शिविर को सफल बनाने के लिए आप के पूर्ण सहयोग एवं समर्थन की हम आशा रखते हैं। यदि आप अकादमी को स्वेच्छा से आर्थिक सहयोग देना चाहते हैं तो सहयोग राशि ड्राफ्ट या मल्टी सीटी चेक द्वारा भेज सकते हैं अथवा बैंक में जमा कर सकते हैं। खाता संख्या संयोजक को फोन करके प्राप्त कर सकते हैं। आर्थिक सहयोगियों को अकादमी का संरक्षक सदस्य बनाने और उन्हें पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी सम्मान से सम्मानित करने के लिए विचार किया जा सकता है।
16. अंतिम निर्णय
संयोजक की सुविधा के लिए कार्यक्रम में परिवर्तन किया जा सकता है, जिसकी सूचना प्रतिभागियों को समयानुसार दी जाएगी। कार्यक्रम अथवा सम्मान संबंधी निर्णय अंतिम एवं सर्वमान्य होगा। इस संबंध में यह अकादमी किसी तरह का विवाद बिल्कुल नहीं चाहती है। यदि कोई शिकायत अथवा सुझाव होने पर आप लिखित रूप में दे सकते हैं। तथापि किसी भी तरह का वाद-विवाद ईस्ट खासी हिल्स जिला न्यायालय में ही मान्य होगा।
- सहयात्री
आप ऐसे सहयात्री या सहभागी को साथ न लाएँ या पंजीकरण कराएं, जिनकी रुचि साहित्य, पर्यटन आदि में नहीं है। समारोह के दौरान मद्यपान, धूम्रपान एवं मांसाहार निषेध है। जिनका पंजीकरण आपके साथ नहीं है, उन्हें कदापि साथ न लाएं और न पंजीकरण के लिए आग्रह करें।
- शुल्क बैंक में जमा करवाएँ
आप अपनी सुविधा और समय की बचत के लिए शुल्क सीधे अकादमी के खाते में जमा कर सकते हैं। Account No. 10031895116, STATE BANK OF INDIA, Malki branch, code: 9105, MICR Code: SBIN0009105
पत्र-व्यवहार के लिए पता-
सचिव, पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी, पो. रिन्जा, शिलांग 793006
Purvottar Hindi Academy,
Po. Rynjah, Shillong-793006 (Meghalaya)